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कहानी २

ब्लडी मैरी की कहनी में के औरत जो बच्चो को सपने में आकर बहुत जयादा डराती है, इसका साया इतना गहरा है की बच्चे बहार जाने से भी डरने लगते है ब्लडी मैरी का खतरा हर बच्चे पर था, अब आगे चलते है की उस वक़्त क्या हुआ था जब जॉन नाम का बच्चा अपने घर के गार्डन में खेल रहा था|

उस समय शाम के सात बजे होंगे और जॉन अपने खेल में ही मग्न था उसका और किसी पर ध्यान नहीं था, जॉन खेलते हुए जब अपनी बोल को लेने गया तो उसके सामने एक औरत खड़ी थी यह ब्लडी मैरी थी, ब्लडी मैरी को जहां ने पहले कभी नहीं देखा था इसलिए जॉन उसे वहा पर देख कर थोड़ा घबरा गया था जॉन अपनी माँ को बुलाने के लिए भागा, जॉन जब अपनी माँ के पास गया तो उसने कहा की बहार कोई औरत खड़ी है|

जॉन की माँ उस औरत को देखने के लिए आयी और जब तक वह औरत जा चुकी थी जॉन की माँ को बहुत ही अजीब लग रहा था की जॉन तो झूट नहीं बोलता है फिर जहां ने उसकी माँ ने पूछा की कौनसी औरत आयी थी यहां पर है जॉन ने कहा की मेने उसे पहले कभी नहीं देखा था जॉन की माँ को कुछ पता नहीं चला और अब रात हो चुकी थी|

जॉन अपने कमरे में सोने के लिए चला गया, रात अभी आधी ही हुई थी की जॉन की आँखे खुल गयी और वह रात को उठ गया जब उसने समय को देखा तो अभी रात के एक बजे थे और जॉन की खिड़की खुली हुई थी जो हवा से जोर-जोर की हिल रही थी उसने खिड़की बंद करने की सोची, क्योकि हवा भी तेज थी और उसे ठण्ड भी लग रही थी, जैसे ही जॉन खिड़की के पास गया तो ब्लडी मैरी उसके सामने आ गयी जॉन एकदम से दर गया|

जॉन के सामने वही औरत थी जो शाम को गार्डन में आयी थी जॉन को कुछ नहीं सुझा और वह चिल्लाने लगा और जॉन की माँ आ गयी जॉन ने अपनी माँ से सब कुछ बता दिया जॉन की माँ को कुछ समझ ही नहीं आ रहा था की यह सब क्या हो रहा है, वह रात भर जॉन के ही पास रही, उसके बाद ब्लडी मैरी नहीं आयी, जॉन को आज भी डर है की कही वह ब्लडी मैरी उसके पास न आ जाए|