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रिचर्ड फिलिप्स और मिल्टन कर्टिस

२१ जुलाई १९५७ को ४ किशोर एल सेगुंडो की लवर्स लेन में अपनी गाड़ी में बैठे थे | एक बन्दूक पकडे आदमी उनकी गाड़ी के पास आया, उसने चारों के हाथ पैर बांध दिए और आगे की सीट पर बेठी लड़की के साथ बलात्कार किया | उसके बाद उस आदमी ने गाड़ी और सारी कीमती चीज़ें चुरा लीं और अपने शिकारों को सड़क के बगल उनके अंगवस्त्रों में छोड़ गया | 

इस गुनाह के ९० मिनट बाद, गुनहगार एक रेड लाइट पर पहुंचा जिससे उस पर दो युवा पुलिस अफसरों, रिचर्ड फिलिप्स और मिल्टन कर्टिस जो तभी सेवा में भरती हुए थे ,की नज़र पड़ी , |जैसे ही वह चालक के दरवाज़े तक पहुंचे दोनों को गोली मार दी गयी | कातिल फिर गाड़ी को ले वहां से फरार हो गया | 

२००३ में एफ़्बीआई ने गुनाह के स्थान से उठाये गए फिंगरप्रिंट्स को गेराल्ड मेसन द्वारा १९५६ की एक चोरी में छोड़े गए निशानों से मिलाया | २००३ तक मेसन की पत्नी और ३ बच्चे थे और वह एक ज़िम्मेदार नागरिक लगता था | पर पुलिस ने उसके घर पर छापा मारा और बाकी सबूत ढूँढ लिए | उसके पीठ पर मिला गोली का निशान पुलिस द्वारा चलाये गए गोली के निशान से मेल खाता था और उसकी लिखावट भी एक बन्दूक खरीदने के बिल से मिल रही थी | 

मेसन को ७ साल की सजा हुई और उसे २००९ में पैरोल देने से मना कर दिया गया | उसने कभी नहीं बताया की उसने क्यूँ इन घृणित गुनाहों को अंजाम दिया |