आरती अनंतभुजा ॥ विठो पंढर...
आरती अनंतभुजा ॥ विठो पंढरीराजा ॥
न चलती उपचार ॥ मने सारिली पूजा ॥ धृ. ॥
परेस पार नाही ॥ न पडे निगमा ठायी ॥
भुलला भक्तीभावें ॥ लाहो घेतला देही ॥ १ ॥
अनिर्वाच्य शुद्धबुद्ध ॥ उभा राहिला नीट ॥
रामा जनार्दनी ॥ पायीं जोंडली वीट ॥ २ ॥
न चलती उपचार ॥ मने सारिली पूजा ॥ धृ. ॥
परेस पार नाही ॥ न पडे निगमा ठायी ॥
भुलला भक्तीभावें ॥ लाहो घेतला देही ॥ १ ॥
अनिर्वाच्य शुद्धबुद्ध ॥ उभा राहिला नीट ॥
रामा जनार्दनी ॥ पायीं जोंडली वीट ॥ २ ॥