सैटरडे मथिअने
1987 में एक 5 साल का बालक सुन्दुम्बिली साउथ अफ्रीका के लोगों को मिला |उसका एक पैर टूटा था और वह जानवरों सा बर्ताव कर रहा था |पहले उसे पुलिस स्टेशन ले गए और फिर उसे अपाहिज बच्चों के स्कूल में डाल दिया | वहां भी वह फ्रिज से लाल मांस चुरा के खाता था और खिड़की से अन्दर और बाहर जाता था |विशेषज्ञों का मानना था की वह शायद बंदरों के साथ जंगल में पला बड़ा था इसलिए इस प्रकार व्यव्हार करता था |शायद उसे उसकी माँ ने छोड़ दिया था | कुछ भी हो कई सालों बाद भी लड़के की माँ का कुछ पता नहीं चला और 2007 में सैटरडे की एक आग में जलकर मौत हो गयी | उसकी कहानी वहीँ पर समाप्त हो गयी और आगे उसके बारे में कुछ मालूम नहीं पड़े |